विश्व शौचालय दिवस

विश्व शौचालय दिवस

19 नवंबर 2023

क्या आपने कभी सोचा है कि टॉयलेट के बिना जीवन कैसा होता? कई लोगों के लिए, ऐसा कोई विकल्प उपलब्ध नहीं है। आज भी, दुनिया भर में 4 में से 1 व्यक्ति के लिए टॉयलेट सुलभ नहीं है। वास्तव में, दुनिया की लगभग 10% से अधिक आबादी को आज भी खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है, और विश्व स्तर पर तकरीबन 55% लोगों - यानी हम में से आधे से अधिक - के लिए सुरक्षित ढंग से प्रबंधित सैनिटेशन की सुलभता नहीं है। दुनिया भर में लोगों को - जिनमें मुख्य रूप से महिलाएं और बच्चे हैं - हर दिन शौच हेतु पानी या सुरक्षित जगह तलाशने के लिए 46.6 करोड़ (466 मिलियन) घंटे पैदल चलना पड़ता है। हालाँकि, और भी चौंकने वाली बात यह है कि दुनिया में ऐसे लोगों की संख्या अधिक है जिनके पास टॉयलेट की सुविधा नहीं है लेकिन मोबाइल फोन उपलब्ध है! यह स्वच्छता संकट से निपटने के लिए कार्रवाई करने तथा सतत विकास लक्ष्य 6 (एसडीजी6): वर्ष 2030 तक सभी के लिए पानी और सैनिटेशन की प्राप्ति में योगदान करने के लिए संयुक्त राष्ट्र का आह्वान है; विश्व शौचालय दिवस एक ऐसा दिन है जब हार्पिक दुनिया भर के अन्य संगठनों के साथ मिलकर काम करता है ताकि इस बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके कि विश्व स्तर पर बहुत सारे लोगों - जिनमें भारत भी शामिल है - के पास अभी भी टॉयलेट और सुरक्षित रूप से प्रबंधित सैनिटेशन तक पहुंच नहीं है। यह एक ऐसा दिन भी है जब हम स्वयं को याद दिला सकते हैं कि हमें इस दिशा में प्रतिबद्ध बनने, कार्रवाई के लिए प्रोत्साहित होने और बदलाव लाने के लिए प्रयास करना चाहिए।

आंगन में महिला के साथ एक छोटा लड़का

इस वर्ष के विश्व शौचालय दिवस की थीम 'सस्टेनेबल सैनिटेशन' (अर्थात सतत स्वच्छता) है, यह एक ऐसी थीम है जिसमें सुरक्षित रूप से प्रबंधित सैनिटेशन सिस्टम को सुलभ बनाना, हाइजीन से जुड़ी अच्छी आदतों को अपनाना और हमारे स्वास्थ्य को बेहतर रखने में टॉयलेट की महत्ता जैसी बातें शामिल हैं।

भारत में कई समुदायों के लिए पहले से ही यह एक मुद्दा रहा है; और फिर कोरोनोवायरस के प्रकोप ने हमें और हमारे प्रियजनों को सुरक्षित और स्वस्थ रखने में स्वच्छता की महत्वपूर्ण भूमिका पर नई रोशनी डाली है।

हर जगह, हर किसी के लिए बेहतर स्वास्थ्य और सुरक्षा हेतु टॉयलेट और बाथरूम की स्वच्छता को बढ़ाने में मदद करने के हमारे मिशन से प्रेरित हम इस विश्व शौचालय दिवस पर यहां हार्पिक में अपनी भूमिका निभाना आगे भी जारी रखेंगे। भारत में, हमने मिशन स्वच्छता पानी और Water.org के साथ साझेदारी की है, और हमने हार्पिक वर्ल्ड टॉयलेट कॉलेज की स्थापना भी की है, जो वास्तव में हमारी ब्रांड लाइन 'क्लीन दैट मेक डिफरेंस' को साकार करता है।

हार्पिक का मिशन स्वच्छता पानी क्या है? आज भारत में, पर्याप्त मात्रा में पानी की अनुपलब्धता कई घरों के लिए अपने टॉयलेट की स्वच्छता और साफ-सफाई बनाए रखने में रुकावट पैदा कर रही है। 600 मिलियन (60 करोड़) से अधिक भारतीय घरों को पानी की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है, और वर्ष 2030 तक अनुमानित रूप से भारत में पानी की मांग उपलब्ध आपूर्ति की दोगुनी हो जाएगी जो स्थिति को और भी बदतर बना देगी। भारत के सबसे बड़े मीडिया घरानों में से एक, नेटवर्क 18 के साथ साझेदारी में मिशन स्वच्छता और पानी पहल को संचालित करते हुए हम एक ऐसा इकोसिस्टम बना रहे हैं, जिससे भारत में लाखों लीटर पानी को बचाने में मदद मिलेगी ताकि भारत में किसी भी घर को पानी की अपर्याप्त उपलब्धता के चलते अपने स्वास्थ्य और स्वच्छता के साथ समझौता न करना पड़े।

संयुक्त राष्ट्र का सस्टेनेबिलिटी आइकन

यह पंचवर्षीय सहयोगितापूर्ण ईको-सिस्टम निर्माण कार्यक्रम, भारत में स्वच्छ जल के संकट को दूर करने, जल संरक्षण में मदद करने और आने वाले वर्षों में इसकी निरंतरता बनाए रखने की दिशा में पहला कदम उठा रहा है। इस वर्ष, हमने देश भर में सुरक्षित, स्वच्छ टॉयलेटों की सुलभता की दिशा में काम शुरू किया है, जो क्राउड सोर्स किए हुए टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन का उपयोग करके, सिर्फ एक बटन को क्लिक करने से स्वच्छ टॉयलेटों को जियोलोकेट करना संभव बनाता है। भविष्य में हमारी गूगल इंडिया के सहयोग से 'लोकेटर' (Loocator) लॉन्च करने की योजना हैं, जहां आप एक बटन को क्लिक कर स्वच्छ और सुलभ टॉयलेटों को तलाशने में सक्षम होंगे। यह एप्लिकेशन रियल-टाइम में वास्तविक उपयोगकर्ताओं द्वारा संचालित है, और अधिक से अधिक लोगों द्वारा इसका उपयोग करने के साथ बेहतर होता जाएगा। उद्देश्य-प्रेरित सहयोग इसे सफल बनाने में महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में काम करेगा, साथ ही, हार्पिक इंडिया को 'सभी के लिए स्वच्छ टॉयलेट की सुलभता' के उद्देश्य को मजबूत करने में मदद करेगा।

हार्पिक के मिशन स्वच्छता पानी की सफलता के आधार पर, हमने सिंगापुर के वर्ल्ड टॉयलेट ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूटीओ) और जागरण पहल के सहयोग से हार्पिक वर्ल्ड टॉयलेट कॉलेज प्रोग्राम को भी लॉन्च किया है। भारत में सफाई कर्मियों की दुर्दशा को देखते हुए, जिनके काम का बोझ महामारी के बाद बेतहाशा बढ़ गया है, हार्पिक ने वर्ल्ड टॉयलेट कॉलेज प्रोग्राम को शुरू किया जो सफाई कर्मियों को सम्मानित ढंग से आजीविका प्राप्त करने, बुनियादी अधिकारों तक पहुंच प्रदान करने तथा उनकी गरिमा और सम्मान में वृद्धि करने में मदद करता है।

मिशन स्वच्छता और पानी का लोगो

हार्पिक वर्ल्ड टॉयलेट कॉलेज प्रोग्राम अब छह राज्यों में मौजूद है, और यह सफाई कर्मियों के जीवन में लगातार बेहतर बनाने के उद्देश्य से नॉलेज शेयरिंग प्लेटफॉर्म के रूप में काम कर रहा है। इस कॉलेज द्वारा प्रशिक्षित होने के बाद कर्मियों को विभिन्न संगठनों में प्लेसमेंट दिया जाता है, जहां वे काम के बारे में सीखते हैं, साथ ही, यहाँ उन्हें उनके अधिकारों, स्वास्थ्य संबंधी खतरों, प्रौद्योगिकी के उपयोग और वैकल्पिक आजीविका कौशलों के बारे में भी शिक्षित किया जाता है।

और इन सभी को सारांशित करते हुए, हम Water.org के साथ अपनी वैश्विक साझेदारी के लिए विशेष रूप से आभारी हैं। इन्होंने भारत, इंडोनेशिया और केन्या के वंचित समुदायों के लिए दीर्घकालिक घरेलू जल और सैनिटेशन के समाधान पेश किए हैं। वर्तमान समय तक, हम 1.1 मिलियन (11 लाख) लोगों तक पहुंच चुके हैं, और घरेलू स्वच्छता के लिए 78.4 मिलियन अमेरिकी डॉलर की पूंजी और 95% ऋण जुटा चुके हैं।

हार्पिक वर्ल्ड टॉयलेट कॉलेज का लोगो

Water.org के साथ वैश्विक साझेदारी परिवारों को उन टूल्स के साथ सशक्त बनाने पर केंद्रित है, जिन्हें खरीदने के लिए उनके पास धन का अभाव है। इसकी मदद से रंजना जैसे लोग अब अपने परिवार हेतु टॉयलेट निर्माण करने के लिए वाटर क्रेडिट लोन हासिल करने में सक्षम थे। उसने अपने परिवार के मेडिकल बिल पर जो पैसे बचाए, उससे वह एक सिलाई मशीन खरीद पाई, जिसका उपयोग उसने सिलाई कारोबार को शुरू करने में किया, और इस तरह वह अपने परिवार का भरण-पोषण करने हेतु सशक्त हो पाई। रंजना की कहानी कई अन्य लोगों की भी कहानी है, और इस बात पर प्रकाश डालती है कि स्थायी जल आपूर्ति, बेहतर सैनिटेशन और हेल्दी हाइजीन आदतों को अपनाना व्यक्तियों और पूरे समुदाय के लिए स्वास्थ्य के साथ-साथ अन्य कई व्यापक लाभ प्रदान करता है।

Water.org का लोगो

इस विश्व शौचालय दिवस पर, आप हमारे ब्रांड लाइन ""हार्पिक द क्लीन दैट मेक अ डिफरेंस"" को जीवन में साकारित करने में मदद कर सकते हैं। इसमें सहभागी बनकर या सिर्फ इसका प्रसार करके। फर्क पैदा करने के लिए आप क्या करेंगे?

आज ही दान करके हमारी और भी सहायता करें: https://water.org/morethanatoilet/

इस विश्व शौचालय दिवस पर, आप हमारे ब्रांड लाइन ""हार्पिक द क्लीन दैट मेक अ डिफरेंस"" को जीवन में साकारित करने में मदद कर सकते हैं। इसमें सहभागी बनकर या सिर्फ इसका प्रसार करके। फर्क पैदा करने के लिए आप क्या करेंगे?

आज ही दान करके हमारी और भी सहायता करें: https://water.org/morethanatoilet/

ब्रांड लाइन को दिखाता हुआ हार्पिक लोगो और टेक्स्ट